सिर्फ तेरी बांहो में आना होता है,
बाकी का हर काम बहाना होता है;
परवाने को जीद रही जल जाने की,
आग से अक्सर साथ निभाना होता है;
दर्द भी उतना ज्यादा गहरा होता हे,
जितना ज्यादा घाव पुराना होता है;
ओर कोइ तकलीफ न इतनी दे पाता!
कोइ तो जाना पहचाना होता है;
बातों से ही बात निकल अाती है अक्सर,
मुश्किल कितना बात भूलाना होता है?!
भूल गया सब, एक गली वो याद रही,
रोज जहां पर आना जाना होता है;
बाकी का हर काम बहाना होता है;
परवाने को जीद रही जल जाने की,
आग से अक्सर साथ निभाना होता है;
दर्द भी उतना ज्यादा गहरा होता हे,
जितना ज्यादा घाव पुराना होता है;
ओर कोइ तकलीफ न इतनी दे पाता!
कोइ तो जाना पहचाना होता है;
बातों से ही बात निकल अाती है अक्सर,
मुश्किल कितना बात भूलाना होता है?!
भूल गया सब, एक गली वो याद रही,
रोज जहां पर आना जाना होता है;
: हिमल पंड्या
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